सुप्रभात पहली किरण
सुप्रभात
भोर की पहली किरण,
मिली है धरा से आन।
खिल गई वह आगमन पर,
देखकरअपना प्रथम प्यार।
सरोबार सी हो गई,
चूमती जो है किरण,
धरा का श्रृंगार हो गई।
प्यार में उसके खो गई।
मदमस्त सी वह हो गई,
रवि ने दिया संदेश प्यारा,
देखो भोर हो गई।
काम पर सब चल दिए,
सुप्रभात से मुलाकात हो गई।
आओ बैठो भानु भी बोला,
एक कप चाय के साथ मधु।
सुप्रभात तो बोल दो।।
रचनाकार ✍️
मधु अरोरा
4.11.2021
ऋषभ दिव्येन्द्र
05-Nov-2021 01:14 PM
वाह , बहुत अच्छे 👌👌
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Niraj Pandey
05-Nov-2021 11:36 AM
बहुत खूब
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Swati chourasia
05-Nov-2021 07:45 AM
Very nice 👌
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